
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद के धराली गांव में खीरगंगा नदी में अचानक आई भीषण बाढ़ ने भारी तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा ने न केवल स्थानीय निवासियों के जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि कई लोगों के मलबे में दबे होने और होटलों व घरों में फंसे होने की भी खबरें सामने आ रही हैं।

भारी बारिश के कारण हुए इस हादसे ने धराली मार्केट क्षेत्र में भारी नुकसान पहुंचाया है, जहां होटलों और दुकानों में पानी और मलबा घुस गया है।
खीरगंगा में बाढ़: धराली गांव में मची अफरातफरी
उत्तरकाशी के धराली गांव में खीरगंगा नदी के उफान पर आने से हालात भयावह हो गए हैं। बाढ़ के तेज बहाव ने कई घरों, होटलों और दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है, जबकि कई लोग नदी के दूसरी ओर बने घरों और होटलों में फंस गए हैं। धराली मार्केट क्षेत्र में पानी और मलबे ने भारी तबाही मचाई है, जिससे स्थानीय व्यापार और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
राहत और बचाव कार्य शुरू
हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है। हर्षिल से सेना की टुकड़ी, पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें भटवाड़ी के लिए रवाना हो चुकी हैं। ये टीमें प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालने और मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही हैं। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और नुकसान का आकलन करने के लिए भी टीमें गठित की हैं।
उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर
उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में तबाही मचाई है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक रोहित थपलियाल के अनुसार, 10 अगस्त तक प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है, जिसके चलते नदियाँ उफान पर हैं और भूस्खलन की घटनाएँ बढ़ रही हैं। उत्तरकाशी के बडकोट तहसील क्षेत्र के बनाल पट्टी में भी भारी बारिश के कारण कुड गदेरा नदी में उफान आ गया, जिसमें डेढ़ दर्जन बकरियाँ बह गईं। इस घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी है।
पौड़ी में भी बाढ़ और भूस्खलन का खतरा
उत्तरकाशी के अलावा पौड़ी जनपद के थलीसैंण नगर पंचायत के मैरवा तोक में भी भारी बारिश ने कहर बरपाया। यहाँ एक पहाड़ी से टूटी विशाल चट्टान दौलत सिंह और उनके भाइयों के मकान पर जा गिरी, जिससे मकान की छत और दीवारें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। गनीमत रही कि हादसे के समय परिवार के सभी सदस्य घर से बाहर थे, जिससे बड़ा हादसा टल गया। स्थानीय लोगों ने मलबा हटाने में मदद की, और प्रशासन को घटना की सूचना दे दी गई है।
प्रशासन और स्कूलों पर प्रभाव
भारी बारिश और बाढ़ के खतरे को देखते हुए देहरादून, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार में मंगलवार को स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसके चलते प्रशासन ने सभी जिलों में आपदा प्रबंधन टीमें और पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा है।
निवासियों की मांग और भविष्य की चुनौतियाँ
उत्तराखंड में बार-बार होने वाली प्राकृतिक आपदाएँ यहाँ के निवासियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई हैं। धराली गांव के निवासी और व्यापारी प्रशासन से त्वरित राहत और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं। साथ ही, वे दीर्घकालिक उपायों की माँग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचा जा सके। विशेषज्ञों का कहना है कि अनियोजित विकास और पर्यावरणीय नियमों की अनदेखी के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और बाढ़ की घटनाएँ बढ़ रही हैं।
The post उत्तरकाशी में बाढ़ का कहर: धराली गांव में खीरगंगा ने मचाई तबाही, कई लोग फंसे, राहत कार्य शुरू appeared first on Live Today | Hindi News Channel.