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आगरा में बारिश की तबाही: सड़कें बनीं तालाब, वाहन डूबे, नाले में बहे डेढ़ साल के मासूम की मौत

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आगरा में बुधवार दोपहर एक घंटे की मूसलाधार बारिश ने शहर को थाम दिया। 42 मिमी बारिश ने सड़कों, गलियों और पॉश कॉलोनियों को तालाब में बदल दिया, जिससे जगह-जगह जलभराव और घंटों जाम की स्थिति रही।

रुनकता के होली मोहल्ला में डेढ़ वर्षीय मासूम प्रियांशु उर्फ शिव खेलते समय खुले नाले में गिरकर बह गया, और 100 मीटर दूर उसका शव मिला। इस दुखद घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी। मौसम विभाग ने गुरुवार, 4 सितंबर 2025 को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।

जलभराव और जाम ने बढ़ाई मुसीबतें
बारिश के कारण एमजी रोड, यमुना किनारा, फतेहाबाद रोड, सिकंदरा हाईवे, और गुरुद्वारा से बाईंपुर तक सड़कों पर 2 से 4 फीट तक पानी भर गया। स्ट्रेची ब्रिज के नीचे 4 फीट पानी जमा होने से कारें डूबने से बचीं, लेकिन कई स्कूटर और बाइक पानी में खराब हो गए। धाकरान चौराहे पर मेट्रो निर्माण के कारण वाहन फंसे, और सिकंदरा से कामायनी कट तक जाम रहा। ताजमहल से लौट रहे पर्यटक भी जाम में फंस गए। रोशन मोहल्ला, रावतपाड़ा, और सुभाष बाजार में दुकानों में पानी घुसने से सामान खराब हो गया। तहसील और अजीत नगर तिराहा पर 3 फीट तक पानी जमा रहा, जिससे वादकारियों और राहगीरों को भारी परेशानी हुई।

प्रियांशु की दर्दनाक मौत
रुनकता के होली मोहल्ला में बुधवार दोपहर करीब 3 बजे तेज बारिश के दौरान डेढ़ साल का प्रियांशु उर्फ शिव घर के बाहर खेलते समय सामने के खुले नाले में फिसलकर गिर गया। नाले में बारिश के कारण तेज बहाव था, जिससे बच्चा 100 मीटर तक बह गया। परिजनों और ग्रामीणों ने करीब आधे घंटे तक 400 मीटर के दायरे में नाले में तलाश की, लेकिन जब बच्चा मिला, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। उसे निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक की मां किरन और परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। किरन पिछले दो साल से अपने मायके में रह रही थीं, क्योंकि उनके पति पिंटू से उनका विवाद चल रहा था।

खुले नाले ने छीनी मासूम की जान
सुरेश दिवाकर, प्रियांशु के नाना, ने बताया कि घर के सामने बना नाला खुला हुआ है और इसे ढकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। नाले को पार करने के लिए केवल पत्थर रखे हैं, जो बारिश में फिसलन भरे हो गए। तेज बहाव के कारण मासूम बच्चा बह गया। ग्रामीणों ने प्रशासन से नाले को ढकने और सुरक्षा इंतजामों की मांग की है। तहसीलदार किरावली दीपांकर ने बताया कि परिवार को दैवीय आपदा राहत कोष से सहायता प्रदान की जाएगी।

प्रशासन की कार्रवाई और मौसम का अलर्ट
जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी के आदेश पर भारी बारिश और जलभराव को देखते हुए 4 सितंबर 2025 को आगरा के सभी स्कूल बंद रखे गए हैं। गुरुवार दोपहर उनकी कार भी रेलवे अंडरपास में जलभराव के कारण फंस गई थी, जिसके बाद वे ट्रैक्टर से अटल आवासीय विद्यालय पहुंचे। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, और इटावा सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी दी है।

नगर निगम की लापरवाही पर सवाल
शहर में जल निकासी की अपर्याप्त व्यवस्था ने जलभराव की समस्या को और गंभीर किया। सिकंदरा, शास्त्रीपुरम, आवास विकास कॉलोनी, ट्रांस यमुना, कमला नगर, और शमशाबाद रोड जैसे क्षेत्रों में सड़कें और घर पानी में डूब गए। स्थानीय लोगों ने नगर निगम की लापरवाही पर सवाल उठाए, क्योंकि नालों की सफाई समय पर नहीं की गई। फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर ने डीएम को पत्र लिखकर बर्बाद फसलों और क्षतिग्रस्त मकानों का सर्वेक्षण कर पीड़ितों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की है।

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