जफराबाद, Aawaz News
वसीरपुर गांव में 2 फरवरी को हुए गोलीकांड के आरोपी प्रधान प्रतिनिधि की रिहाई की मांग को लेकर मंगलवार को प्रधान प्रतिनिधि की पत्नी निर्मला निषाद के नेतृत्व में महिलाओं ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में जुटी महिला समर्थकों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया।
सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष लाइन बाजार, सतीश सिंह मौके पर पहुंचे और महिलाओं से वार्ता कर उन्हें शांत कराया।
क्या है पूरा मामला?
2 फरवरी, रविवार को आवास लाभार्थियों के चयन को लेकर गांव के प्रधान के परिजनों और बीडीसी के बीच विवाद हो गया था, जो बढ़कर गोलीबारी में तब्दील हो गया। इस घटना में दो लोग गोली लगने से घायल हुए, जबकि एक युवक चाकू से जख्मी हुआ।
घटना के बाद पुलिस ने पांच आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया, जिनमें से चार को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
आगजनी और पुलिस कार्रवाई
गोलीकांड के अगले दिन कुछ लोगों ने देशी शराब की दुकान में आगजनी कर दी, जिसके संबंध में शराब ठेके के अनुज्ञापी ने मुकदमा दर्ज कराया।
थानाध्यक्ष जयप्रकाश यादव ने दोनों पक्षों की स्थिति को देखते हुए 69 और 63, कुल 132 लोगों को शांतिभंग की धारा और एक लाख रुपये के व्यक्तिगत बंधपत्र पर पाबंद किया है।
प्रशासन का क्या कहना है?
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है, और कानून के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं, प्रधान प्रतिनिधि की पत्नी निर्मला निषाद का कहना है कि उनके पति निर्दोष हैं और राजनीतिक द्वेषवश उन्हें फंसाया जा रहा है।
क्या पुलिस करेगी रिहाई?
अब यह देखना होगा कि प्रदर्शन का प्रशासन पर क्या असर पड़ता है, और पुलिस इस मामले में आगे क्या कदम उठाती है।