जौनपुर, मछलीशहर: स्थानीय नगर स्थित एक निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान प्रसूता और नवजात की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने अस्पताल को सीज करने और डॉक्टर पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश सीएमओ लक्ष्मी सिंह को दिए हैं।
कैसे हुआ हादसा?
चौबेपुर निवासी खुशबू, पत्नी संतोष कुमार, शनिवार की भोर में नगर के एक निजी अस्पताल में प्रसव के लिए आई थीं।
- डॉक्टर ने नॉर्मल डिलीवरी की बात कही, लेकिन जांच में गर्भ में शिशु की मृत्यु की पुष्टि हुई।
- नॉर्मल प्रसव के जरिए मृत नवजात को बाहर निकाला गया, जिसके बाद महिला को भारी रक्तस्राव होने लगा।
- रक्तस्राव रोकने में असफल रहने पर उसे जौनपुर रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
अस्पताल पर हंगामा, प्रशासन ने की कार्रवाई
- प्रसूता की मौत की सूचना मिलते ही परिजनों ने अस्पताल पर हंगामा किया।
- संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे डीएम को जब मामले की जानकारी मिली, तो उन्होंने अस्पताल संचालक पर कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए।
- सीएमओ लक्ष्मी सिंह ने जांच के लिए सीएचसी अधीक्षक डॉ. तपिश कुमार को जिम्मेदारी दी।
प्राथमिक जांच में क्या सामने आया?
- अस्पताल के रजिस्ट्रेशन में जिस डॉक्टर का नाम दर्ज है, वह अनुपस्थित मिलीं।
- उनकी जगह अन्य डॉक्टर अस्पताल चला रही थीं।
- जांच के लिए डॉक्टरों की टीम गठित की गई है, रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
पुलिस का बयान: तहरीर पर होगी कार्रवाई
- थानाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह ने बताया कि अस्पताल की महिला डॉक्टर को सुरक्षा की दृष्टि से कोतवाली लाया गया है।
- परिजनों की तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।