7 जुलाई से 21 जुलाई के बीच कक्षा गतिविधियों, विशेष रूप से विभिन्न जिलों के 64 चयनित सरकारी माध्यमिक विद्यालयों की निगरानी की गई।
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षाओं की तरह, उत्तर प्रदेश भर में सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से कक्षाओं की ऑनलाइन निगरानी से इन संस्थानों में शिक्षा की वास्तविक स्थिति का पता चलना शुरू हो गया है। राज्य माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, लखनऊ में विद्या समीक्षा केंद्र के माध्यम से लाइव मॉनिटरिंग से कक्षा गतिविधियों में कई कमियां सामने आई हैं, विशेष रूप से विभिन्न जिलों के 64 चयनित सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में, जिनकी 7 जुलाई से 21 जुलाई के बीच निगरानी की गई।
जब अधिकारियों ने स्कूलों में पाई गई कमियों के बारे में संबंधित प्रिंसिपलों से संपर्क करने की कोशिश की, तो 20 प्रिंसिपलों ने न तो अपने मोबाइल फोन का जवाब दिया और न ही कॉल का जवाब दिया। अधिकारियों ने बताया कि 14 प्रिंसिपलों के मोबाइल फोन नंबर उपलब्ध नहीं थे, जबकि सात के फोन स्विच ऑफ थे। अधिकारियों ने बताया कि जिन प्रधानाचार्यों ने फोन कॉल का जवाब दिया, उन्होंने राज्य स्तर पर की जा रही ऑनलाइन निगरानी के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशक महेंद्र देव ने ऐसे सभी विद्यालयों की सूची 22 अगस्त को 15 मंडलों के संयुक्त शिक्षा निदेशकों और संबंधित जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेज दी है। पत्र के माध्यम से, अधिकारियों को संबंधित प्रधानाचार्यों को जिम्मेदारी सौंपने और एक सप्ताह के भीतर शिक्षा निदेशालय, यूपी को रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने भी इन विद्यालयों का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण करने तथा यह सुनिश्चित करने को कहा है कि शिक्षण कार्य निर्धारित समय सारिणी के अनुसार हो रहा है।
ऑनलाइन मॉनिटरिंग के दौरान प्रयागराज जिले के पांच सरकारी माध्यमिक विद्यालयों की रिपोर्ट अनियमित पाई गई। 17 अगस्त को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज (जीजीआईसी) शंकरगढ़ में चार कक्षाओं में छात्राएं मौजूद थीं, लेकिन कक्षाएं संचालित नहीं हो रही थीं। प्रधानाचार्य से संपर्क करने पर पता चला कि स्कूल में 12 शिक्षक तैनात हैं। इसी तरह शंकरगढ़ विकास खंड के जीजीआईसी-नारीबारी और करछना तहसील के मुंगारी में छात्राएं कक्षाओं में थीं, लेकिन कोई पढ़ाई नहीं हो रही थी। फोन करने पर प्रधानाचार्य ने न तो फोन उठाया और न ही वापस किया। 12 और 14 अगस्त को जीजीआईसी-सैदाबाद में छात्राएं तीन कक्षाओं में थीं, लेकिन कोई कक्षाएं संचालित नहीं हो रही थीं और प्रधानाचार्य ने फोन नहीं उठाया। 9 अगस्त को जीजीआईसी-शंकरगढ़ में छात्राएं दो कक्षाओं में थीं, लेकिन शिक्षक अनुपस्थित थे। प्रधानाचार्य ने बताया कि नाग पंचमी के कारण कक्षाएं संचालित नहीं हो रही हैं।
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