बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले महागठबंधन (महागठबंधन) में सीट बंटवारे को लेकर गतिरोध गहरा गया है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने कांग्रेस को 52 सीटें देने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन कांग्रेस ने इसे सिरे से खारिज कर दिया और कम से कम 60 सीटों की मांग की है।
राज्य स्तर पर चल रही वार्ता रुक गई है, और अब सभी की नजरें दिल्ली में आज होने वाली राहुल गांधी और RJD नेता तेजस्वी यादव की मुलाकात पर टिकी हैं। कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ राज्य नेताओं कृष्णा अल्लावरू, राजेश राम और शकील अहमद खान को दिल्ली बुलाया है, जबकि कल सेंट्रल इलेक्शन कमिटी (CEC) की बैठक होगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगले 24 घंटे महागठबंधन के भविष्य के लिए निर्णायक साबित होंगे।
सीट बंटवारे पर गतिरोध: क्या है विवाद?
महागठबंधन में RJD, कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), वीआईपी और वाम दलों के बीच सीटों की मांग को लेकर खींचतान चरम पर है। RJD ने कांग्रेस को 52 सीटें ऑफर कीं, लेकिन कांग्रेस ने इसे ‘अपर्याप्त’ बताते हुए 60 की मांग की। स्रोतों के अनुसार, विवाद मुख्य रूप से बछवाड़ा, औराई, हरलाखी और मटिहानी जैसी पांच-छह सीटों पर केंद्रित है। RJD ने कहा है कि वह 130-135 सीटों पर लड़ेगी, जबकि कांग्रेस 55-60 की मांग कर रही है। यदि सहमति न बनी, तो कांग्रेस कल 70 उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है, जो गठबंधन के टूटने का संकेत होगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने कहा, “बिहार में महागठबंधन में सीट बंटवारे पर कोई अड़चन नहीं है। बीजेपी की उम्मीद के विपरीत, हम एक साथ चुनाव लड़ेंगे। हर पार्टी को अपनी राय रखने का हक है।” लेकिन स्रोत बताते हैं कि कांग्रेस राज्य नेताओं में असंतोष है, जो RJD को ‘जूनियर पार्टनर’ बनाने का आरोप लगा रहे हैं।
JMM की मांग: 12 सीटें या गठबंधन से बाहर?
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने भी महागठबंधन में कम से कम 12 विधानसभा सीटें मांगी हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि यदि 14 अक्टूबर तक संतोषजनक सीटें न मिलीं, तो JMM अपनी भागीदारी पर पुनर्विचार करेगी। महागठबंधन में RJD, कांग्रेस, JMM, वीआईपी, CPI, CPM और CPI(ML) शामिल हैं। CPI महासचिव डी. राजा ने पुष्टि की कि पार्टी ने तेजस्वी को 24 उम्मीदवारों की सूची सौंप दी है। वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी ने 40 सीटें और डिप्टी सीएम पद की मांग की है, जो RJD के लिए सिरदर्द बन रही है।
2020 का इतिहास: कांग्रेस 70 पर लड़ी, 19 जीती; RJD सबसे बड़ी पार्टी
2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन ने 243 में से 110 सीटें जीतीं, लेकिन सरकार बनाने से चूक गए। कांग्रेस ने 70 सीटों पर लड़ी और 19 जीतीं, जबकि RJD ने 144 पर लड़ी और 75 जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। इस बार RJD 130-135 सीटें लेने को तैयार है, लेकिन कांग्रेस 55-60 मांग रही है। तेजस्वी यादव ने कहा कि यदि सहमति न बनी, तो RJD सभी 243 सीटों पर लड़ेगी।
दिल्ली मुलाकात: राहुल-तेजस्वी के बीच क्या होगा?
आज दिल्ली में तेजस्वी यादव की राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात होगी। लालू प्रसाद यादव भी पटना से दिल्ली रवाना हो चुके हैं। स्रोतों के अनुसार, यह वन-टू-वन चर्चा होगी, जहां चार अतिरिक्त सीटों पर फैसला होगा। SP प्रवक्ता फखरुल हसन चंद ने कहा, “INDIA गठबंधन सरकार बनाएगा, सीट बंटवारा जल्द पूरा होगा।”
चुनाव की तारीखें: नामांकन शुरू, 14 नवंबर को नतीजे
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा चुनाव 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होंगे, जबकि 14 नवंबर को नतीजे आएंगे। नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जो गतिरोध को और दबाव बना रही है। NDA ने अपनी सीट बंटवारा अंतिम रूप दे दिया है, और घोषणा आज होने की संभावना है।
यह गतिरोध महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े कर रहा है। यदि सहमति न बनी, तो वोटों का बंटवारा NDA के फायदे का साबित हो सकता है। राजनीतिक पर्यवेक्षक कहते हैं कि राहुल-तेजस्वी की मुलाकात ही गठबंधन का भविष्य तय करेगी।
The post बिहार चुनाव 2025: कांग्रेस ने RJD के 52 सीटों के प्रस्ताव को ठुकराया, की इतनी सीटों की मांग; राहुल-तेजस्वी की दिल्ली मुलाकात पर नजरें appeared first on Live Today | Hindi News Channel.