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आईपीएस वाई पूरन कुमार आत्महत्या मामले में एफआईआर में नाम आने के बाद रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारनिया को हटाया गया

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वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की मौत के मामले में एफआईआर में नाम आने के बाद रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया को उनके पद से हटा दिया गया है

रोहतक रेंज के पूर्व महानिरीक्षक (आईजी) और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की दुखद मौत के मामले में एफआईआर में नाम आने के बाद रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया को उनके पद से हटा दिया गया है और उनकी जगह सुरेंद्र सिंह भोरिया को नियुक्त किया गया है। पूरन कुमार ने कथित तौर पर 7 अक्टूबर को हरियाणा पुलिस में मानसिक उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोपों का दावा करते हुए आत्महत्या कर ली थी। इस मामले की जाँच चल रही है, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर उत्पीड़न और जाति-आधारित भेदभाव में संलिप्तता के आरोप हैं।

इससे पहले गुरुवार को हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जब आईएएस अधिकारी और दिवंगत हरियाणा एडीजीपी वाई पूरन कुमार की पत्नी अनमीत पी कुमार ने दोनों अधिकारियों पर अपने पति को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।

चंडीगढ़ के सेक्टर 11 पुलिस स्टेशन में मृतक के अंतिम नोट में नामित व्यक्तियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं, आत्महत्या के लिए उकसाने और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 की धारा 3(1)(आर) के तहत मामला दर्ज किया गया है। चंडीगढ़ पुलिस ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, “अंतिम नोट में उल्लिखित आरोपियों के विरुद्ध धारा 108 आरडब्ल्यू 3(5) (आत्महत्या के लिए उकसाना) और 3(1)(आर) पीओए (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। आगे की जाँच जारी है।

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