उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जिले के परौर थाना क्षेत्र के कुंडरिया गाँव में मंगलवार रात एक दुखद हादसा हुआ। कांवड़ यात्रा के लिए कछला गंगा घाट से जल लेने जा रहे श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर-ट्रॉली पर लगा डीजे हाईटेंशन लाइन से छू गया, जिससे करंट फैल गया। इस हादसे में दो श्रद्धालुओं—जसवीर कश्यप (17) और सुखवीर (32)—की ट्रैक्टर-ट्रॉली के पहिए के नीचे कुचलने से मौत हो गई, जबकि 10 अन्य श्रद्धालु गंभीर रूप से झुलस गए।
कुंडरिया गाँव के करीब 30 श्रद्धालु मंगलवार रात 9:30 बजे ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार होकर कछला गंगा घाट (बदायूं) की ओर जा रहे थे। ट्रैक्टर-ट्रॉली पर डीजे सिस्टम बंधा हुआ था। गाँव की गली से निकलते समय डीजे हाईटेंशन लाइन से टकरा गया, जिससे पूरी ट्रॉली में करंट दौड़ गया। करंट के झटके से सुखवीर और जसवीर सड़क पर गिर गए और ट्रैक्टर-ट्रॉली के पहिए के नीचे आकर उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में 10 अन्य श्रद्धालु गंभीर रूप से झुलस गए।
हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। गाँव के प्रधान और स्थानीय लोगों ने तत्काल वाहनों का इंतजाम कर घायलों को बदायूं के जिला अस्पताल पहुँचाया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
शाहजहाँपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश द्विवेदी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हुई है और 10 लोग घायल हैं। पुलिस मौके पर पहुँचकर जाँच कर रही है। प्रारंभिक जाँच में हाईटेंशन लाइन के संपर्क में आने को हादसे का कारण बताया गया है। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और घायलों के इलाज की निगरानी कर रही है।
हाईटेंशन लाइनों का खतरा
यह हादसा हाल के वर्षों में हाईटेंशन लाइनों से जुड़ी कई घटनाओं में से एक है। पहले भी कांवड़ यात्रा के दौरान ऐसी घटनाएँ सामने आई हैं। उदाहरण के लिए, 2025 में अलवर (राजस्थान) में कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे ट्रक के हाईटेंशन लाइन से टकराने से दो लोगों की मौत और 32 अन्य घायल हो गए थे। इसी तरह, बिहार के हाजीपुर में 2024 में नौ कांवड़िए हाईटेंशन तार के संपर्क में आने से मारे गए थे। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में हाईटेंशन लाइनों को रिहायशी इलाकों से दूर करने और उनकी ऊँचाई बढ़ाने की जरूरत है।
प्रशासन और सरकार की जिम्मेदारी
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में बिजली विभाग के खिलाफ गुस्सा देखा गया। गाँव वालों का कहना है कि हाईटेंशन लाइनें गलियों के बहुत करीब से गुजर रही हैं, जो लगातार खतरा पैदा करती हैं। शाहजहाँपुर में पहले भी 2023 में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली के पुल से गिरने की घटना में 12 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें आठ बच्चे शामिल थे। इस तरह की घटनाएँ प्रशासन और बिजली विभाग की लापरवाही को उजागर करती हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। स्थानीय प्रशासन से इस तरह के हादसों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की माँग की जा रही है।
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