
अमित यादव ने कहा – भाजपा पीडीए समाज को शिक्षा से दूर रखना चाहती है
जौनपुर। समाजवादी मजदूर सभा द्वारा एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी विद्यालयों के मर्जर (विलय) के फैसले का जोरदार विरोध किया गया। संगठन ने घोषणा की कि 22 जुलाई 2025 को जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। इस दौरान राज्यपाल महोदया को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा जाएगा।
बैठक को संबोधित करते हुए समाजवादी मजदूर सभा के राष्ट्रीय महासचिव श्री अमित यादव ने कहा कि –
> “पूर्ववर्ती सरकारों ने हर एक कोस पर पाठशाला बनवाई ताकि शिक्षा का स्तर ऊंचा हो, जबकि मौजूदा भाजपा सरकार हर एक कोस पर मधुशाला खोल रही है। यह सरकार पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज को शिक्षा से दूर रखना चाहती है।”
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक विद्यालय न सिर्फ शिक्षा का केंद्र हैं, बल्कि ग्रामीण जीवन की आधारशिला भी हैं। अगर किसी विद्यालय में छात्र कम हैं तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार है। उसे यह विश्लेषण करना चाहिए कि सरकारी स्कूलों से छात्रों का रुझान क्यों घट रहा है और उपाय करने चाहिए, ना कि स्कूलों को बंद कर देना चाहिए।
सरकारी विद्यालयों का मर्जर अन्यायपूर्ण और अव्यावहारिक – अमित यादव
श्री यादव ने सरकार से मांग की कि वह इस फैसले को तत्काल वापस ले। उन्होंने कहा कि मर्जर का यह निर्णय न्यायपूर्ण, तार्किक और समाज हित में नहीं है। यह ग्रामीण शिक्षा प्रणाली को पूरी तरह से ध्वस्त कर देगा।
नवनियुक्त पदाधिकारियों की घोषणा
बैठक में संगठन विस्तार के तहत कई नियुक्तियाँ की गईं:
राम प्रताप बिंद और विशाल कनौजिया को जिला उपाध्यक्ष बनाया गया।
रमाशंकर चौहान को जिला सचिव और सादिक अली को जिला कार्यकारिणी सदस्य नियुक्त किया गया।
साहब लाल बिंद को शाहगंज विधानसभा सचिव के रूप में मनोनीत किया गया।
बैठक का संचालन और उपस्थिति
बैठक की अध्यक्षता श्री मनोज कुमार शर्मा (जिला अध्यक्ष) ने की और संचालन श्री मंजय कनौजिया ने किया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय सचिव श्रीमती सीमा खान, जिला उपाध्यक्ष प्रदीप यादव, जफराबाद विधानसभा अध्यक्ष अखिलेश यादव, तौसीफ सिद्दीकी, और मेहंदी लाल सहित कई अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।