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Behraich news बहराइच: सिकंदरपुर में खेतों में धमाकों से हड़कंप, 500 किलो विस्फोटक बरामद, 70 हिरासत में

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उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के हरदी थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव में रविवार सुबह 8-9 बजे खेतों में 3-4 धमाकों से हड़कंप मच गया।

ग्रामीणों ने लाठी-डंडे लेकर 40 से ज्यादा संदिग्धों को घेर लिया। सूचना पर महसी से बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह और हजारों ग्रामीण मौके पर पहुंचे। जांच में पता चला कि अल्फा जियो इंडिया लिमिटेड कंपनी प्राकृतिक गैस और डीजल-पेट्रोल की खोज के लिए सर्वे कर रही थी, और इसके लिए अमोनियम नाइट्रेट विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने 500 किलो विस्फोटक बरामद किया और 70 लोगों को हिरासत में लिया। गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार रात से सिकंदरपुर, सधुवापुर, लखनापुर, बलासराय, और औराही गांवों में 20 किलोमीटर के दायरे में 60 से ज्यादा जगहों पर बोरिंग और तार बिछाने का काम चल रहा था। रविवार सुबह धमाकों की आवाज सुनकर ग्रामीण डर गए। पूछने पर कंपनी कर्मियों ने पहले “रेल लाइन बिछाने” और “भेड़िया खोजने” जैसे गलत जवाब दिए। ग्राम प्रधान की सूचना पर विधायक सुरेश्वर सिंह मौके पर पहुंचे और पुलिस को बुलाया।

पुलिस ने एक कंटेनर से 500 किलो अमोनियम नाइट्रेट (द्वितीय श्रेणी का विस्फोटक) बरामद किया, जो सर्वे में इस्तेमाल होता है। सीतापुर से बम स्क्वायड बुलाया गया, और विस्फोटक सामग्री सीज कर दी गई। हिरासत में लिए गए ज्यादातर कर्मी पश्चिम बंगाल के हैं, और उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है।

कंपनी का दावा

अल्फा जियो के एरिया मैनेजर कुलदीप शर्मा ने कहा कि कंपनी को भारत सरकार के पेट्रोलियम और गृह मंत्रालय से तेल और गैस खोज के लिए अनुमति मिली है। फरवरी 2024 में जिला प्रशासन को सूचना दी गई थी, लेकिन रविवार होने के कारण ताजा जानकारी नहीं दी गई, जो उनकी चूक थी। उन्होंने दावा किया कि यह कार्य “राष्ट्रीय हित” में है और ग्रामीणों को फायदा पहुंचाएगा।

प्रशासन की कार्रवाई

एडीएम गौरव रंजन श्रीवास्तव और एएसपी ग्रामीण डीपी तिवारी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। एडीएम ने पुष्टि की कि कंपनी ने मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का उल्लंघन किया। एसडीएम आलोक प्रसाद ने कहा कि उन्हें पहले से जानकारी नहीं थी, और अब कंपनी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस और पीएसी की तैनाती के साथ इलाके को सील कर दिया गया है।

विधायक का गुस्सा

विधायक सुरेश्वर सिंह ने इसे प्रशासन की “बड़ी चूक” बताया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 10 जून के चित्तौरा दौरे को रद्द करने की मांग की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के दौरे से 36 घंटे पहले इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक मिलना “साजिश” हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन कंपनी के प्रति “नरम” था। सिंह ने यह भी कहा कि SSB ने पहले ही नेपाल सीमा से 37 बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के इनपुट दिए थे, फिर भी प्रशासन लापरवाह रहा।

विवाद का कारण

  • SOP उल्लंघन: कंपनी ने बिना स्थानीय प्रशासन की अनुमति के विस्फोटक गतिविधियां शुरू कीं।
  • ग्रामीणों का आक्रोश: ड्रिलिंग से जमीन में कंपन और मकानों में दरारें आईं, जिससे लोग डरे। कंपनी ने बिना खेत मालिकों की सहमति के काम शुरू किया।
  • सुरक्षा चिंता: नेपाल सीमा से 20-25 किमी दूर होने और हाल के आतंकी इनपुट के कारण प्रशासन सतर्क है।

ONGC का पक्ष

कुछ रिपोर्टों में बताया गया कि अल्फा जियो को ऑयल इंडिया लिमिटेड ने गंगा-पंजाब बेसिन में हाइड्रोकार्बन खोज के लिए नियुक्त किया था। ONGC ने कहा कि कंपनी ने स्थानीय पुलिस को पहले सूचना नहीं दी, जिससे विवाद हुआ। ग्रामीणों ने कर्मचारियों को बंधक बनाया, जिन्हें बाद में हरदी थाने ले जाया गया

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