भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और युद्ध की आशंकाओं के बीच शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखी गई। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 424.65 अंक गिरकर 79,910.16 पर और एनएसई निफ्टी 144.75 अंक फिसलकर 24,129.05 पर पहुंच गया। गुरुवार को सेंसेक्स 411.97 अंक (0.51%) की गिरावट के साथ 80,334.81 पर और निफ्टी 140.60 अंक (0.58%) नीचे 24,273.80 पर बंद हुआ था।
भारत ने गुरुवार रात जम्मू, पठानकोट सहित सैन्य ठिकानों पर पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम किया। इसके अलावा, उत्तरी और पश्चिमी भारत के 15 स्थानों पर भी पाकिस्तान की ऐसी कोशिशों को विफल किया गया। इससे पहले, बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे।
जियोजित इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि सामान्य स्थिति में बाजार में भारी गिरावट देखी जाती, लेकिन दो कारणों से ऐसा होने की संभावना कम है। पहला, भारत ने पारंपरिक युद्ध में अपनी ताकत दिखाई है, जिससे पाकिस्तान को संघर्ष बढ़ाने पर भारी नुकसान होगा। दूसरा, कमजोर डॉलर और अमेरिकी-चीनी अर्थव्यवस्थाओं की कमजोरी भारतीय बाजारों के लिए फायदेमंद है।
किसे नुकसान, किसे फायदा?
सेंसेक्स की कंपनियों में पावर ग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, अदानी पोर्ट्स, बजाज फिनसर्व, इटरनल, अल्ट्राटेक सीमेंट और नेस्ले के शेयरों में गिरावट रही। दूसरी ओर, लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) के शेयर 4% से ज्यादा उछले, क्योंकि कंपनी ने मार्च 2025 तिमाही में 25% लाभ वृद्धि के साथ 5,497 करोड़ रुपये का समेकित लाभ दर्ज किया। टाइटन कंपनी के शेयर भी 4% से अधिक चढ़े, जिसने 13% लाभ वृद्धि की। टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स, कोटक महिंद्रा बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर भी लाभ में रहे।
एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 2,007.96 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
एशियाई और अमेरिकी बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई का एसएसई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग कमजोर रहे, जबकि जापान का निक्केई 225 बढ़त में रहा। अमेरिकी बाजार गुरुवार को सकारात्मक दायरे में बंद हुए।